रोहित शर्मा के टेस्ट रिटायरमेंट पर सौरव गांगुली का बड़ा बयान – “सही समय पर लिया फैसला”
7 मई 2025 को रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेकर एक युग का अंत कर दिया। उनके इस फैसले पर अब भारतीय क्रिकेट के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने रोहित के निर्णय को “सही समय पर लिया गया निजी और जिम्मेदार कदम” बताया।
गांगुली ने क्या कहा?

सौरव गांगुली ने कहा:
“रिटायरमेंट हर खिलाड़ी का निजी निर्णय होता है। रोहित शर्मा ने सही समय पर यह फैसला लिया है। उन्होंने भारत के लिए वर्षों तक शानदार क्रिकेट खेला है और अब उन्हें उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी जानी चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें इस बात की कोई हैरानी नहीं कि रोहित की कप्तानी में भारत ने टी20 वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट जीते। गांगुली के अनुसार, रोहित ने न सिर्फ खुद को एक बेहतरीन बल्लेबाज़ के रूप में स्थापित किया, बल्कि एक प्रेरणादायक कप्तान भी साबित हुए।
रोहित शर्मा का टेस्ट करियर कैसा रहा?
-
डेब्यू: 2013
-
मैच: 67
-
रन: 4,301
-
औसत: 40.57
-
सर्वश्रेष्ठ स्कोर: 212
-
शतक: 12
-
अर्धशतक: 18
रोहित ने मिडिल ऑर्डर से टेस्ट ओपनर बनने का सफर तय किया और खुद को एक सफल सलामी बल्लेबाज़ के रूप में स्थापित किया। उनकी बल्लेबाज़ी में क्लासिकल तकनीक और आक्रामकता का बेहतरीन मिश्रण देखने को मिला।
कप्तानी में भारत का सफर
रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने:
-
2023 में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेला
-
2023 में वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल भी खेला
हालांकि दोनों मौकों पर टीम को ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा।
फॉर्म में गिरावट और आलोचना
रोहित की हालिया फॉर्म टेस्ट क्रिकेट में चिंता का विषय बनी हुई थी:
-
पिछले तीन टेस्ट सीरीज़ की 15 पारियों में सिर्फ 164 रन
-
कप्तानी में भारत न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया से हारा, जिससे टीम WTC फाइनल में नहीं पहुंच सकी
गांगुली की टिप्पणी का महत्व
सौरव गांगुली, जिन्होंने खुद भारतीय क्रिकेट को एक नई दिशा दी थी, का रोहित को लेकर यह बयान दर्शाता है कि भारतीय क्रिकेट के दिग्गज भी रोहित की उपलब्धियों का सम्मान करते हैं। उन्होंने रोहित के संन्यास को “सम्मान के साथ विदाई” कहा।
क्या अब विराट कोहली भी लेंगे टेस्ट से संन्यास?
रोहित शर्मा के रिटायरमेंट के बाद अब यह चर्चा तेज हो गई है कि क्या विराट कोहली भी जल्द ही टेस्ट क्रिकेट से विदाई ले सकते हैं? विराट भी पिछले कुछ समय से टेस्ट में सीमित नज़र आए हैं, लेकिन उन्होंने अपने इरादे अभी तक साफ नहीं किए हैं।
निष्कर्ष:
रोहित शर्मा का टेस्ट रिटायरमेंट भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ा मोड़ है। उन्होंने अपनी बल्लेबाज़ी, नेतृत्व और जुनून से करोड़ों भारतीयों को गर्व महसूस कराया। अब बारी है अगली पीढ़ी के खिलाड़ियों की, जो उनके पदचिन्हों पर चलकर भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे।
आपकी राय क्या है? क्या रोहित ने सही समय पर टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया? क्या विराट कोहली को भी अब यही रास्ता अपनाना चाहिए?
👇 कमेंट करके ज़रूर बताएं।